tag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post3069009375288352696..comments2023-11-02T13:25:07.215+05:30Comments on रांचीहल्ला: ओलंपिक में आखिर क्यों नहीं ये स्प्रिंट क्वीन?नदीम अख़्तरhttp://www.blogger.com/profile/17057642640754937106noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post-15330822661802009502012-08-02T11:24:52.792+05:302012-08-02T11:24:52.792+05:30ऐसी एक नहीं अनेक आशा रॉय है, जिनकी प्रतिभा बुनियाद...ऐसी एक नहीं अनेक आशा रॉय है, जिनकी प्रतिभा बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कुंद पड़ती जा रही है। प्रत्येक राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि इन प्रतिभाओं को निखारने संवारने में अपने कर्तव्य का पालन करें। इन्हें तैयार कर ओलिंपक में भेजें। तब आज की तरह देश विकल्पहीन नहीं होगा और किसी एक खिलाड़ी से ही सारी उम्मीदें नहीं पाल बैठेगा।मोनिका गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/10069296901095370760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post-52653346363124203472012-08-02T07:07:03.822+05:302012-08-02T07:07:03.822+05:30विडम्बना ही कहेंगे इसे|विडम्बना ही कहेंगे इसे|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.com