tag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post4694891737546998416..comments2023-11-02T13:25:07.215+05:30Comments on रांचीहल्ला: मौत का एक दिन मुअयन्न है.....!!नदीम अख़्तरhttp://www.blogger.com/profile/17057642640754937106noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post-83731764239298392192009-03-20T21:47:00.000+05:302009-03-20T21:47:00.000+05:30..............दोस्तों , सबसे पहले जैक ट्वीड के उस .................दोस्तों , सबसे पहले जैक ट्वीड के उस जज्बे को हमारा सलाम.......और सच कहूँ तो इन सब घटनाओं से हममें मानवता के प्रति फिर से विश्वास पैदा हो जाता है....वो vishvas जो कम-से-कम प्रेम के अर्थों में हममे से पूरी तरह छीज चुका है.....और उसकी जगह अब हमेशा लिए एक वितृष्णा हममे जन्म ले चुकी है....दोस्तों.....ट्वीड भाई सचमुच इक मिसाल के रूप में हमारे सामने हैं....और जेड़ गुडी का साहस भी मौत पर उनके अटूट विश्वास को रेखांकित करता करता है.........जब मरना तय हो ही गया........तो रोना काहे का.......हंसते हुए क्यूँ ना मरा जाए....दोस्तों.....मैं कहना तो यही चाहता हूँ कि जब मरना तय है ही तो फिर जीकर ही क्यूँ ना मरा जाए.........आईये ना इसी बात पर हम सब जी लें........सच्चे इंसानों की तरह....जेड़ गुडी जी....ट्वीड जी...आप सबको हमारा बहुत-बहुत-बहुत प्रेम............!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post-66239562731789808472009-03-19T20:32:00.000+05:302009-03-19T20:32:00.000+05:30जिस पर बीतती है वोही जानता है भूतनाथ जी भूतनाथ जी ...जिस पर बीतती है वोही जानता है भूतनाथ जी<BR/> भूतनाथ जी आपका आलेख देखा..बुरा मत मानना आप लकिन आपने निहायत ही बकवास बातें लिखी है...आपने लेख का पहले para में मौत को समजने के बारे मैं कुछ लिखा है. आप एक बात बातें की आपने आज तक किसी को मरते देखा है. किसी ऐसे आदमी को आप जानते है क्या जिसने मौत को हंसते हंसते गले लगा लिया हो...मुझे लगता है की आपने हाल मैं ही बाबु मोशे वाली फिल्म आनंद देखि है...आप जो बाषण झार रहे है वो फिल्म का लगता है....मौत पर ऊ बाषण देना साधू महात्माओं का काम है....उन्ही को गीता का सार बताने दीं आप...वैसे गीता का बाषण देने वाहून की भी मौत के बारे मैं सोचकर कापने लगते है...भगवन न करे के आप के किसी परिचीत को उस स्टेज मैं दीखने का मौका आपको मिले....अगर कभी मिला तो मरने वाले के हालत देखकर आपको आपकी बेबसी पर तरस न आया तो कहना आप......आपने आपने दुसरे उसे मैं बताया है की सब इंसान एक जैसे है....इसलिए सबकी मौत भी एक जैसे है....आप एक बात बताओ....आप बूरा मत मानना....लकिन आप मरोगे तो कितने लोगो को पता चलेगे की भूतनाथ मर गया है.....क्या आप हंसते हंसते मर सकोगे.....सुनो यार...आदमी आपने कर्मों से बार या महान बनता है....जो जीते जी एक साहर मैं भी नाम न कम सका....आप उसके बारे मैं कैसे सोचते हो की उसके मरने पर उसको कोई सम्मान मिलेगा या उसको कोई याद करेगा.....भूतनाथ जी आपने जेड़ गुड्डी के बारे मैं लिखा है....माफ़ करना...लकिन आपकी औकात नहीं है जेड़ गुड्डी के बारे मैं कुछ लिखने की.....जेड़ गुड्डी ने आपने मरने को आपने बैटन के लिए बीचा है...वो चाहकर भी रोटी नहीं...मीडिया के सामने आकर हंसते हंसते आपनी मौत की मार्केटिंग कर रही है....उसकी हिम्मत को सलाम करें आप.....बाशन मत दें आप....आप कहते है की जेड़ गुड्डी बखरे परे है.....आप एक khoj कर बता दे...यहाँ आपको यह भी बताता चलूँ की जेड़ इंग्लैंड की बहूत बरी अबिनेत्री रही है....वो आप जैसे नहीं है.....पुरे वर्ल्ड मैं लोग उसकी hemmat की तारीफ कर रहे है....और जो सुख दुःख पर बाषण दे रहे है न आप....आप याद रखे...आप भारत मैं रहते है....जहा एक बेगा ज़मीन के लिए भाई भाई का ही गला काट डेथ है.....भाई मरता भी रहे तो भी उसकी मदद नहीं करता.....भारत मैं दुनिया के सबसे जयादा गरीब और बीख्मंगे है... आपने कितने ज़रुरत मंदों की मदद की है....कितने मरतो को बचाया है....कितने बीख्मंगो का जीवन सवार है....ज़रा बताना....उसके बात ये बाषण पेलना आप.....बचूं की जैसे बातें सस्ती लोकप्रियता बटोरने या दूसरों को गलत साबित करने के लिए लिखना बंद करे आप प्लेस........vickyhttps://www.blogger.com/profile/14112110605522141329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-971090773022737936.post-26549468423042437372009-03-19T00:03:00.000+05:302009-03-19T00:03:00.000+05:30बात तो सही कह रहे हैं। कोशिश करेंगे।घुघूती बासूतीबात तो सही कह रहे हैं। कोशिश करेंगे।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.com