95 % घटनाएं लोगों को घरों से कई-कई महीने पहले पकड़ कर अघोषित जेलों में रखकर प्रताड़ित करने के बाद पुरस्कार, सम्मान, इनाम, आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन, साहस और शौर्य का बखान करने जैसे शब्दों के लिए बराबर हत्याएं की जाती रही हैं।... Read More on http://www.hastakshep.com/columnist/loksangharsha/2014/11/13/%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9B%E0%A4%BF%E0%A4%B2-%E0%A4%AB%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A5%80-%E0%A4%8F%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%89%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%87%E0%A4%B8v
अदम्य शौर्य व साहस के नाम पर निर्दोषों की हत्याएँ | माछिल फर्जी एनकाउंटर | HASTAKSHEP
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