अक्सर बड़े सवाल करता है ये दिल ....
अक्सर ही मुझसे रूठ जाता है ये दिल !!
पहना हुआ है मैंनें इसपे तो ख़ुद को....
अक्सर मुझे उघाड़ जाता है ये दिल !!
तनहा भी रहना चाहूँ तनहा होने न दे...
अक्सर मुझपे सवार हो जाता है ये दिल !!
करता हूँ जब भी मैं बुद्धि भरी जो बातें....
अक्सर जा के दूर बैठ जाता है ये दिल !!
शरमाया-शरमाया रहता तब मुझसे है....
अक्सर किसी पे जब आता है ये दिल !!
प्यार बहुत ही करता हूँ हाय इससे मैं ....
मुझको बड़ा ही प्यारा "गाफिल" है ये दिल !!
1 comment:
दिल जो ठहरा ....आदतन बेवफा है...
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