दोस्तों , सबसे पहले जैक ट्वीड के उस जज्बे को हमारा सलाम.......और सच कहूँ तो इन सब घटनाओं से हममें मानवता के प्रति फिर से विश्वास पैदा हो जाता है....वो विश्वास जो कम-से-कम प्रेम के अर्थों में हममे से पूरी तरह छीज चुका है.....और उसकी जगह अब हमेशा लिए एक वितृष्णा हममे जन्म ले चुकी है....दोस्तों.....ट्वीड भाई सचमुच इक मिसाल के रूप में हमारे सामने हैं....और जेड़ गुडी का साहस भी मौत पर उनके अटूट विश्वास को रेखांकित करता करता है.........जब मरना तय हो ही गया........तो रोना काहे का.......हंसते हुए क्यूँ ना मरा जाए....दोस्तों.....मैं कहना तो यही चाहता हूँ कि जब मरना तय है ही तो फिर जीकर ही क्यूँ ना मरा जाए.........आईये ना इसी बात पर हम सब जी लें........सच्चे इंसानों की तरह....जेड़ गुडी जी....ट्वीड जी...आप सबको हमारा बहुत-बहुत-बहुत प्रेम............!!.........दोस्तों.......आप ही बताओ ना क्या आप सब भी इंसान की तरह जीने को तैयार हो....??सबसे मोहब्बत करने......सबकी मदद करने को तैयार हो......??
इक प्रार्थना सुनी है मैनें........
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी
जिन्दगी शमां की सूरत हो खुदाया मेरी.....!!
1 comment:
बिल्कुल सही बात जिंदगी के एक एक पल को जिया जाय ।
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